Volgograd: जानिए वोल्गोग्रेड शहर के बारे में विस्तार से

Volgograd

नमस्कार दोस्तों
दोस्तों क्षेत्रफल के हिसाब से रूस विश्व का सबसे बड़ा देश है, जो पूरी दुनिया की जमीनी एरिया का लगभग 11 प्रतिशत है । यह देश यूरोप और एशिया दो महाद्वीपों में फैला है, जहाँपर 11 समय क्षेत्र (Time Zone) महजूद है। आज हम जानेंगे रूस के दक्षिण भागों में स्थित बोल्गोग्राद शहर के बारे में, जो अपनी गौरवशाली इतिहास और खूबसूरती के लिए जाना जाता है । तो आइए जानते हैं वोल्गोग्राद शहर के बारे में विस्तार से ।

Volgograd:

Volgograd शहर को पहले Stalingrad नाम से जाना जाता था । दक्षिणी रूस में स्थित यह शहर, वोल्ग नदी के तट पर बसा एक प्रमुख शहर है।इसकी कुल एरिया लगभग 860 वर्ग किलोमीटर है, जहाँपर 10 लाख के आसपास लोग रहते हैं । यह शहर मास्को से 950 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

वोल्गोग्राद का इतिहास:

वोल्गोग्राद, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई Stalingrad युद्ध के लिए जाना जाता है।यह युद्ध नाजी जर्मनी (with axis allies) और सोवियत संघ के बीच हुई थी । इसे इतिहास की सबसे भीषण और दर्दनाक लड़ाइयों गिना जाता है। इस युद्ध के दौरान जर्मनी की सेना को पीछे हटना पड़ा, जिससे पूरे युद्ध का रुख बदल गया । इस शहर का नाम साल 1925 में Joseph Stalin के सम्मान में स्टालिंग्राड रखा गया था। साल 1953 में 74 वर्ष की आयु में जोसेफ स्टालिन की मृत्यु हो गई।उसके बाद 1961 में इस शहर का नाम बदल कर वोल्गोग्राद रखा गया। वोल्गोग्राद का यह नाम बोलेगा नदी के आधार पर रखा गया था।

ऐतिहासिक स्थल :

Volgograd शहर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है। इस शहर को अपने वीरतापूर्ण इतिहास के कारण हीरो सिटी का दर्जा मिला है।

The Motherland Calls Statue :

यह विशाल प्रतिमा यहां की सबसे प्रसिद्ध और प्रभाव शाली प्रतिमा है। यह स्टेच्यू स्टेलिंग्रेड युद्ध में शहीद हुए सभी सैनिकों की याद में बनाई गए है। स्टेलिंग्रेड युद्ध, जो जर्मनी और सोवियत संघ के बीच हुई थी, इस जंग में 10 लाख से भी ज्यादा लोगों ने अपना जान गवाया था। यह सिर्फ एक स्टेच्यू नहीं है, यह रूसी सैनिकों को बहादुरी, बलिदान, और देशप्रेम का प्रतीक है।यह स्टेच्यू हर इस सैनिक को समर्पित है जो स्टालिंग्राड की लड़ाई में बहादुरी और अपने देश के प्रति बफ़ादरी दिखाया था ।

यह स्मारक मामायेव कुरगन नामक जगह पर स्थित है। इस स्टेच्यू को रूसी मूर्तिकार Yevgeny Vuchetich द्वारा डिजाइन किया गया था। मदरलैंड कॉल्स स्टेच्यू की ऊंचाई 85 मीटर है, जो इसे यूरोप की सबसे बड़े मूर्तियों में से एक बनाता है ।मूर्ति को साल 1967में बनाकर तैयार किया गया था। स्टेच्यू को बनाने के लिए स्टील और कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया है, जिसकी कुल वजन लगभग 8000 टन है।

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